बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर तीर्थ नगरी में निकाली जन आक्रोश रैली, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

ऋषिकेश। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर देश भर में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसके खिलाफ ऋषिकेश में भी जन आक्रोश रैली निकाली गई। बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों ने मिलकर इस अत्याचार के खिलाफ जन आक्रोश रैली निकालकर प्रदर्शन किया।
मंगलवार को विभिन्न संगठनों के हजारों लोग मौजूद रहे। दोपहर 3:00 बजे विभिन्न संगठनों के लोग भरत मंदिर ग्राउंड में इकठ्ठा हुए। जहां से अंबेडकर चौक, त्रिवेणी घाट चौक होते हुए त्रिवेणी घाट में पहुंचकर एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह संकट का समय है। बांग्लादेश को भारत ने सहयोग करके एक देश बनाया। लेकिन आज भारत देश पर जो उसके पिता हैं। उसी पर वार कर रहा है। यह उनकी फितरत नहीं यही असलियत है। इसलिए आज सबको मिलकर एक साथ चलना है। इसलिए नहीं कि किसी को डराना है। बल्कि इसलिए हमें अपने भारत को बचाना है। भारतीय संस्कृति को बचाना है,तो सनातन को साथ चलना पड़ेगा। बांग्लादेश बंगाली लोग जो कि वहां पर रहकर आज उन्हीं लोगों को जिन्होंने उनकी मदद की उनको काट रहे हैं। हिंदुओं को बेघर करने का काम किया जा रहा है।
महिलाओं का अपमान हो रहा है। अब समय आ गया है। जीतने का और सबको जागने का सब लोग यह बात खुद तय कर ले की बंगाल बांग्लादेश की सरकार को एक संदेश देना है। जो अल्पसंख्यक लोग हैं उनके सुरक्षा मुहैया कराई जाए। उन पर आतंक का जल ना फैलाया जाए। मजे की बात जो आतंकी हैं। जो छोटे-छोटे बच्चे पैदा होते बंदूक पकड़ लेते हैं। उन्हें अच्छा कहा जा रहा है। जो पैदा होते ही गीता पकड़ लेते हैं। शांति का पाठ पढ़ाते हैं। उनको जेल में डाला जा रहा है। बांग्लादेश की सरकार तुरंत आतंकवाद को समाप्त करें और अल्पसंख्यक को सुरक्षा प्रदान करें। जिनको भी जेल में डाला है, उन्हें तुरंत रिहा करें।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल,महंत ईश्वरदास,दयाराम दास महाराज, महंत रवि प्रपन्नाचार्य, महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य, स्वामी सर्वात्मानंद सरस्वती, श्याम सुंदर दास, करूणा शरण, महंत छोटन दास, भारत भूषण दास, परमानंद दास, हरिशरण दास, गोविंद दास, राजेश भट्ट, नरेंद्र शर्मा, रमेश भट्ट, रणजीत कुमार, गणेश सिंह रावत, राजेश जुगलान, महिपाल सिंह, हेमंत कुमार, अरूण कुमार, डा. हर्षानंद उनियाल, विजय बडोनी, वीरेंद्र कंसवाल, राजेश बडोला, अनिल गुप्ता, परम सिंह, डा. राम शरण, मनमोहन त्यागी, देवेंद्र प्रसाद डिमरी, जगत पाल, नरेश शर्मा, मनोज राणा, चिराग गर्ग, संदीप मल्होत्रा, राजेश कुमार, रमेश गिरी, धमेंद्र शाह, अशोक पंडित, कृष्णा राजभर, अनुज सैनी आदि मौजूद रहें।