शिवभक्तों के लिए देवदूत बन रही है जल पुलिस टीम,गंगा घाटों से लेकर, हर मोर्चे पर डटी है, आपदा की योद्धा टीम।

ब्यूरो,ऋषिकेश।
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रिपोर्ट। खुशबू गौतम
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श्रावण मास में हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंच रहे लाखों शिवभक्तों के लिए जल पुलिस की टीम एक अदृश्य रक्षक बनकर उभरी है। तमाम गंगा घाटों पर तैनात जवान हर परिस्थिति से निपटने को तैयार हैं।
गंगा के घाटों पर जब भक्तगण श्रद्धा से सराबोर होकर जलधारा में उतरते हैं, तब जल पुलिस के जवान उनकी सुरक्षा की डोर थामे रहते हैं। अब तक तेज बहाव में डूबते दर्जनों कांवड़ियों की जान बचाई जा चुकी है। कोई किसी का सुहाग था, कोई इकलौता लाल, कोई बुजुर्ग पिता — इन सभी को जवानों ने बिना एक पल गंवाए जान बचाया।
दूसरे राज्यों से आए यात्रियों को न तो बहाव का अंदाज़ा होता है और न ही गहराई का। ऐसे में जल पुलिस की तत्परता और प्रशिक्षण ही उन्हें सुरक्षित वापस किनारे लाता है। जवानों ने कई बार गहरे पानी में उतरकर, तेज बहाव से लड़ते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन किए।
यह टीम केवल कांवड़ मेले तक सीमित नहीं है। चारधाम यात्रा के दौरान भी जल पुलिस ने कई बार समय पर पहुंचकर यात्रियों को सुरक्षित निकाला। चाहे खतरनाक मोड़ हों या भूस्खलन प्रभावित रास्ते, ये टीम हमेशा सतर्क रहती है। बस एक कॉल का इंतज़ार होता है, और चंद मिनटों में जल पुलिस मौके पर हाज़िर होती है।
जल पुलिस की टीम ने बताया कि टीम जिस समर्पण भाव से कार्य कर रही है,उसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है।
स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं का कहना है कि जल पुलिस के जवान जहां तैनात हैं, वहां श्रद्धा के साथ सुरक्षा भी मौजूद है। गंगा के घाटों पर जब भी ज़रूरत पड़ी है, ये जवान फरिश्ते बनकर सामने आए हैं।