तीर्थ नगरी में सभी प्रमुख मंदिर सूतक काल में बंद,गंगा आरती भी स्थगित

ब्यूरो, ऋषिकेश।
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चंद्र ग्रहण से पहले तीर्थ नगरी में सभी प्रमुख मंदिरों में दोपहर 1 बजे विधिवत पूजन-आरती के बाद कपाट बंद कर दिए गए। रात 9 बजे से लगने वाले चंद्र ग्रहण के कारण सूतक काल 9 घंटे पहले से शुरू हो गया।
ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और भोजन नहीं किया जाता।
तीर्थ नगरी में प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं। इनमें प्राचीन रघुनाथ मंदिर, प्राचीन सिद्ध पीठ हनुमान मंदिर, दुर्गा मंदिर, शामिल हैं। मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल और ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और भोजन नहीं किया जाता है।
ग्रहण समाप्त होने के बाद मंदिरों की शुद्धि की जाएगी। भगवान को स्नान कराया जाएगा। मंदिर की साफ-सफाई के बाद ही भक्तों के लिए कपाट खोले जाएंगे। विद्वानों ने लोगों को ग्रहण के दौरान जागने और भगवान का नाम स्मरण करने की सलाह दी है।
सूतक में नहीं हुई गंगा आरती।
त्रिवेणी घाट पर प्रसिद्ध गंगा आरती सूतक काल में नहीं की गई।त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती श्री गंगा सभा द्वारा आयोजित की जाती है और यह एक दैनिक आयोजन है, जिसमें संध्या आरती का विशेष महत्व है। चंद्र ग्रहण के कारण सूतक काल में त्रिवेणी घाट की आरती रद्द की गई है।