चारधाम यात्रा में यात्रियों का खाना हड़प रहे कर्मचारी – व्यवस्था पर उठे सवाल

ब्यूरो,ऋषिकेश।
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रिपोर्ट। खुशबू गौतम
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चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों के लिए विभिन्न सामाजिक व स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से आईएसबीटी और ट्रांजिट कैंप जैसे स्थानों पर भोजन वितरण की व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था का उद्देश्य यह था कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को मार्ग में किसी तरह की असुविधा न हो और उन्हें भरपेट भोजन मिल सके।
लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही तस्वीर बया कर रही है। यहां तीर्थयात्रियों के नाम पर आए भोजन पर सबसे पहले हाथ साफ कर रहे हैं, वहीं तैनात कर्मचारी। ये वही कर्मचारी हैं जो पहले से ही अच्छी-खासी तन्ख्वाह पा रहे हैं, और अधिकतर स्थानीय या पास ही के निवासी हैं। फिर भी भोजन वितरण स्थल पर सबसे पहले यही कर्मचारी दिखाई देते हैं, कभी टिफिन लेकर तो कभी थाली भरकर। कुछ मामलों में कर्मचारियों को संस्थाओं द्वारा वितरित भोजन को टिफिन में भरकर अपने कार्यालय कक्ष में खाते हुए भी देखा गया है। वहीं, कुछ बिना किसी हिचक के लाइन में लगकर भोजन ले जाते हैं। यह सब उस समय हो रहा है। जबकी कई तीर्थ यात्री भोजन के लिए कतार में खड़े रहते हैं, या कभी-कभी भोजन खत्म भी हो जाता है।
स्थानीय लोगों और स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं ने इस व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि इस प्रकार की हरकतें न सिर्फ तीर्थ यात्रियों की सेवा भावना को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि संस्थाओं के प्रयासों को भी असफल बनाती हैं।
कुछ संस्थाओं ने यह भी कहा कि यदि ऐसी स्थिति बनी रही तो उन्हें भोजन वितरण पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, जिससे सीधा असर तीर्थयात्रियों पर पड़ेगा। प्रशासन को चाहिए कि वह इस पर जल्द कार्रवाई करे ताकि तीर्थयात्रियों की सेवा में कोई बाधा न आए।