राजकीय महाविद्यालय नरेंद्रनगर में उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू

नरेन्द्रनगर। नवाचार एवं उद्यमिता की संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से राजकीय महाविद्यालय नरेन्द्रनगर में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 उमेश मैठाणी, नोडल डॉ0 संजय महर एवं भारतीय उद्यमिता संस्थान, अहमदाबाद की रातुला दास द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ0 उमेश मैठाणी ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत छात्र-छात्राओं में उद्यमिता एवं स्व-रोजगार की भावना को विकसित करने के उद्देश्य उद्यमिता कार्यशाला के अन्तर्गत हर्बल उत्पाद, बुरांश, मेडिसिनल उत्पाद के माध्यम से स्व-रोजगार पर संबोधित किया गया।
डॅा0 मैठाणी ने कहा कि विकसित भारत एवं न्यू इंडिया विजन को विकसित करने के उद्देश्य से युवाओं में उद्यमशीलता एवं स्वालंबन का भाव होना आवश्यक है।
मुख्य वक्ता रातुला दास ने कहा कि उद्यमिता विकास प्रशिक्षण के माध्यम से छात्रों के आइडियाज एवं उत्तराखण आधारित उत्पाद को मार्केट विस्तार एवं वित्तीय सहायता हेतु ई0डी0आई0 अहमदाबाद मदद करेगा। सीड फंडिंग हेतु बां्रड वैल्यू आवश्यक है।
देवभूमि उद्यमिता केन्द्र के नोडल डॉ0 संजय महर ने बताया कि छात्र-छात्राओं को स्टार्ट-अप के लिए आइडिया क्रिएशन होना स्पष्ट जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्टार्ट-अप के लिए नवाचार, नवोन्मेष एवं उद्यमिता हेतु सृजनशीलता आवश्यक है। तभी चुनौतियों के बीच जोखिम प्रबन्धन के माध्यम से उद्यमिता में सफलता हासिल की जा सकती है जिस हेतु इस कार्यशाला के माध्यम से छात्र-छात्राओं में उद्यमिता की भावना विकसित कर उनके हुनर को तलाशा जा रहा है।
डॉ0 विजय प्रकाश ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के नाम से विख्यात है जिसको प्रकृति ने हजारों नेमतें प्रदान की हैं। उद्यमिता के माध्यम से यहां के संसाधनों को रोजगार से जोड़ा जा सकता है। गोविन्द दर्शन जनविकास सहकारी समिति लि0 उत्तराखण्ड नरेन्द्रनगर के दर्शन शाह ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से कृषि आधारित उत्पादों की मार्केटिंग से आर्थिकी को बल मिल रहा है।
इस दौरान सेवा सुविधा स्वायत्त समूह की प्रियंका, सुषमा,विशाल त्यागी, डॉ0 विक्रम बर्त्वाल, डॉ0 सृचना, डॉ0 सुशील, डॉ0 मनोज, डॉ0 आराधना, ज्योति शैली, अजय, के साथ ही सभी संकायों के छात्र-छात्रायें मौजूद रहें।