दीक्षा ध्यान विधाओं का गुरु परंपरा से कराया अवगत

ऋषिकेश। संस्कार योग आश्रम तपोवन की ओर से दीक्षांत सनातन धर्म की शिक्षा पद्धति भारतीय जीवन शैली परंपरा योग विद्या को जीवन में अपने हेतु संकल्प समारोह कार्यक्रम जिसमें अनेको विश्व देशों से आप साधकों को योग शिक्षा और सनातन धर्म की शिक्षा पद्धतियों के बारे में बताया गया।
बुधवार को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा कि शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में योग मदद करता है। शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। यह तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायता करता है और आपको आराम से रहने में मदद करता है।योग आसन शक्ति, शरीर में लचीलेपन और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए जाना जाता है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि, महामंडलेश्वर महावीर दास योगाचार्य डॉ नवीन जोशी, ने कहा योग से हमारे जीवन में फायदे ही फायदे, कई बीमारियों का इलाज संभव, योग आसन शरीर मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है।योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायक है।
संस्थापक संस्कार योग आश्रम के योग गुरु नवीन जोशी ने मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि उत्तरीय पुष्पा आर पहनाकर स्मृति चिन्हदेकर सम्मानित किया।
सभी साधकों को योगी आशुतोष महाराज, महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, योग गुरु नवीन जोशी, महाराज के सानिध्य में मंत्र दीक्षा ध्यान विधाओं का गुरु परंपरा से अवगत कराया और सबको संकल्प दिलवाया सभी साधक जीवन भर सनातन धर्म की शिक्षण पद्धतियों योग आयुर्वेद के लिए अपने जीवन को समर्पित करेंगे। सभी साधकों को सम्मानित किया गया पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गंगा की स्वच्छता अखंडता के लिए सभी विदेशी साधकों को संकल्प भी दिलाया।
इस अवसर पर विश्व शाति विश्व कल्याण के लिए यज्ञ आयोजित किया गया और सभी साधकों को सनातन धर्म की शिक्षा पद्धतियों को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान योगी अजय जोशी विक्की नौटियाल, महेश नेगी अनेकों साधक मातृशक्ति मौजूद रहें।