21 फरवरी से महाशिवरात्रि का आगाज

ऋषिकेश। 26 फरवरी को होने वाले महाशिवरात्रि पर्व पर संत समिति ऋषिकेश ने एक बैठक समिति के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत महाराज के अध्यक्षता में गंगानगर स्थित सिद्ध पीठ श्री सोमेश्वर महादेव मंदिर में की। इस दौरान शिवरात्रि पर्व की तैयारी को लेकर रूपरेखा तैयार की गई और मंदिर क्षेत्र के नवनिर्वाचित पार्षद गणों को मंदिर के श्री महंत द्वारा फूल मालाओं से स्वागत किया गया।
बृहस्पतिवार को सोमेश्वर महादेव मंदिर में आगामी 26 फरवरी को होने वाले महाशिवरात्रि पर्व को लेकर संत समिति ऋषिकेश ने एक बैठक की बैठक में मंदिर के श्री महंत रामेश्वर गिरी महाराज द्वारा बताया गया कि 21 फरवरी सुबह 9 बजे से कलश यात्रा के साथ पांच दिवसीय रुद्र महायज्ञ प्रारंभ होगा जो 25 फरवरी तक मंदिर परिसर के यज्ञ मंडप में 11 कुंडली रुद्र महायज्ञ किया जाएगा। और 26 फरवरी को सुबह 4 से जलाभिषेक किया जाएगा जो दिन भर चलता रहेगा और रात्रि 7 बजे मंदिर परिसर में दीप महोत्सव के कार्यक्रम के साथ रात 9 बजे से विद्वान ब्राह्मणों द्वारा 1008 कमल पुष्पों से भगवान भोलेनाथ का शिव अर्चन होगा। इस दौरान महंत रामेश्वर गिरी महाराज ने रुद्र महायज्ञ में अधिक से अधिक संख्या सम्मिलित होकर पुण्य के भागी बनाने के लिए भक्तों से अपील की है।
इस दौरान महंत पूर्णानंद महाराज महंत श्रद्धा गिरी माता, महंत सर्वेंद्र सिंह महाराज, महंत केवल्या नंद महाराज, महंत कृष्णानंद महाराज, महंत अनंत स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, स्वामी धर्मवीर दादू पंथी, महंत कलिकानंद महाराज, कोतवाल ध्यानदास, महंत कृष्णकांत महाराज, महंत धर्मदास महाराज, महंत सुंदरानंद सरस्वती महाराज आदि भारी संख्या में संतों के साथ स्थानीय गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।
मंदिर क्षेत्र के नवनिर्वाचित पार्षदों को किया सम्मानित।
संत समिति की बैठक के दौरान संतों ने मंदिर परिसर क्षेत्र के नवनिर्वाचित पार्षदों को शाल और माला पहनकर सम्मानित भी किया इस दौरान मंदिर से सम्मान पारकर पाषर्द गढ़ गदगद नजर आए पार्षदों ने कहा कि भगवान भोलेनाथ का ही आशीर्वाद है कि हम आज जीत हासिल कर मंदिर में पहुंचे हैं और स्वागत भी मंदिर के पीठाधीश्वर के द्वारा हो रहा है कहा कि मंदिर के स्वच्छता और विकास के लिए वह लगातार प्रयास करते रहेंगे। सम्मान पाने वाले पार्षदों में पायल बिष्ट, संध्या बिष्ट गोयल, सुनीता भारद्वाज, नेहा ध्यानी, सिमरन उप्पल, राजेश दिवाकर, प्रिंस मनचंदा, प्रभाकर शर्मा और माधरी गुप्ता रहें।