मेयर व नगर आयुक्त की नहीं बनी,मोबाइल फोन पर तीखी नोकझोंक

ब्यूरो,ऋषिकेश।
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बीते बृहस्पतिवार शाम पांच बजे मेयर शंभू पासवान ने अपने कक्ष में निगम के अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। बैठक के लिए सभी अधिकारी नियत समय पर कक्ष में पहुंच गए थे, लेकिन नगर आयुक्त शैलेंद्र नेगी नहीं पहुंचे।
करीब एक घंटे तक इंतजार के बाद जब नगर आयुक्त बैठक में नहीं पहुंचे तो मेयर ने फिर फोन लगाया। इस दौरान दोनों की आपस में जमकर बहस हो गई। बताया जा रहा है कि बहस काफी तीखी हुई। फोन पर बहस की पुष्टि मेयर शंभू पासवान ने की है। मेयर पासवान ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है। लोग आस्था पथ पर स्ट्रीट लाइट व सफाई आदि की शिकायत कर रहे थे। चारधाम यात्रा में व्यवस्थाएं चाकचौबंद किए जाने के लिए अधिकारियों से सुझाव आदि लेने के लिए बैठक बुलाई गई थी। आयुक्त बैठक में नहीं आए, फोन करने पर बहस हुई।
नगर निगम बोर्ड के अभी दो माह भी पूरे नहीं हुए हैं। शुरुआत में ही मेयर और नगर आयुक्त के बीच ठन गई है। ऐसे में पांच वर्षों तक बोर्ड में कैसे कार्य संचालित होंगे, इस बात पर भी सवाल उठने लगे हैं।
मेयर ने छोड़ा सरकारी वाहन, निजी वाहन से आवाजाही
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मेयर ने अपना सरकारी वाहन भी छोड़ दिया है। वह निजी वाहन से ही आवाजाही कर रहे है। मेयर ने बताया कि उनके सरकारी वाहन पर जीपीएस लगा दिया गया है। जो उनकी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। इस पर उन्होंने नगर आयुक्त से आपत्ति भी जताई है। बावजूद जीपीएस नहीं हटाया गया है। इसलिए उन्होंने बीते बृहस्पतिवार को सरकारी वाहन छोड़ दिया है। वह अपने निजी वाहन से ही निगम कार्यालय आ रहे हैं। अन्य विभागीय कार्यों के लिए भी निजी वाहन का ही प्रयोग कर रहे हैं।
मेयर शंभू पासवान ने बताया कि बीते बृहस्पतिवार को शाम पांच बजे अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। सभी अधिकारी बैठक के लिए पहुंच गए थे। लेकिन नगर आयुक्त नहीं आए। करीब एक घंटे तक इंतजार करने के बाद जब उन्हें फोन किया तो वह बहस करने लगे। जब बहस मर्यादा पार करने लगी तो फोन काट दिया।