ऋषिकेश: स्पर्श गंगा स्थापना दिवस पर जन जागरूकता शिविर

ऋषिकेश। राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से स्पर्श गंगा स्थापना दिवस के अवसर पर संयुक्त एकदिवसीय शिविर और पोस्टर के माध्यम से जन जागरूकता रैली निकाली। जिसमें विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
रविवार को त्रिवेणी घाट में आयोजित शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर गौरव वार्ष्णेय कार्यक्रम समन्वयक श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय उत्तराखंड ने स्वयंसेवियों को बताया कि स्पर्श गंगा उन तमाम जलधाराओ का नाम है जो कि जाकर गंगा में मिलने के पश्चात अपना अस्तित्व विलीन कर देती है यदि हम उन सभी जल धाराओं को साफ- स्वच्छ – निर्मल बना दें तो हमारी गंगा में किसी भी प्रकार की कोई भी गंदगी देखने को नहीं मिलेगी।
कार्यक्रम संयोजक राष्ट्रीय सेवा योयोजना के नगर समन्वयक मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि सन 2009 से स्पर्श गंगा दिवस की स्थापना हुई थी। तब से आज तक निरंतर इस दिवस को स्पर्श गंगा के रूप में मानते चले आ रहे हैं जिसके अंतर्गत गंगा के तट हेतु उत्तराखंड में रहने वाले निवासी अपने समीपस्थ बहाने वाले नदी नाले गार्ड गधेरे नॉलेज अन्य जल स्रोत सभी को सफल सच करने के लिए हमारी राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयां निरंतर कार्यरत है। इसी के तहत ऋषिकेश में भी इस क्षेत्र की है तमाम इकाइयां इस दिवस पर संकल्प लेती है कि वह अपने अपशिष्ट को गंगा में या उसे नदी नालों में प्रभावित नहीं करेंगे वह अपने कूड़े का निदान स्वयं करेंगे ।
इस अवसर पर डॉ मनोज बैसला,निर्मला रावत,धनंजय रांगड़, नरेंद्र सिंह रावत, विजय पाल सिंह,प्राचार्य डॉ गिरीश पाण्डेय, ओमप्रकाश गुप्ता,रामगोपाल रतूड़ी,ममता गुप्ता,सुभाष बैरागी,जतन स्वरूप भटनागर वंदना,साहिल गॉड सहित सभी विद्यालयों के स्वयंसेवी उपस्थित रहे ।