ऋषिकेश: मातृशक्ति के प्रयासों से ही आर्थिक क्रांति संभव है,यही मिल का पत्थर साबित होगा: राज्यपाल

ऋषिकेश। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) आयोजित राष्ट्रीय सरस आजीविका मेला-2023 में प्रतिभाग किया। इस दौरान राज्यपाल ने प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों के स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का निरीक्षण किया।
बता दें कि बीते तीन अक्तूबर को मेला शुरू हुआ था जो 12 अक्तूबर तक चलेगा। मेले में प्रदेश के विभिन्न राज्यों से आए हुए स्वयं सहायता समूह की ओर से पहाड़ी उत्पादों का स्टॉल लगाए गए हैं, जो मेले में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
सोमवार को पूर्णानंद में आयोजित उत्तराखंड आजीविका सरस मेला 2023 में राज्यपाल ने प्रज्वलित कर मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार राष्ट्रीय स्तर के मेले समाज और राष्ट्र को जोड़ने का कार्य करते हैं। इस सरस आजीविका मेले में महिलाओं, युवाओं, कारीगरों का उत्साहवर्धन होगा साथ ही महिलाओं को अपनी कला, संस्कृति को उजागर करने का मौका भी मिलेगा, उनकी आर्थिक में इजाफा होगा और वे अधिक सशक्त होगी।
राज्यपाल ने विभिन्न जनपद भ्रमण के दौरान स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मिलकर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उत्तराखंड की महिलाएं हमारे परिवार की सबसे मजूबत सदस्य हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देने तथा डिजिटल मार्केटिंग से जोड़ने की बात कही, ताकि उनके उत्पादों को मार्केटिंग मिले और उनकी आय में अधिक से अधिक इजाफा हो सके और दुनिया में नई पहचान मिल सके। उन्होनें उत्पादों में वैल्यू एडिशन की भी जरूरत है बताई।
उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि सरस मेले में ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को जोड़कर उनके कौशल और ग्रामीणों के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी मातृशक्ति अपनी आजीविका को बढाकर आत्मनिर्भर बन देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में सहयोग दे रही हैं। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति के प्रयासों से ही आर्थिक क्रांति संभव है और यही मिल का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि सभी मेले का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें और मेले में एक दूसरे से मिलकर पहचान बढायें और जानकारी लेने के साथ ही लोकल उत्पादों की खरीदारी करें।
19 राज्यों के 116 स्वयं सहायता समूह ने लगाए स्टॉल
मेले में 19 राज्यों के 116 स्वयं सहायता समूह के करीब 313 सदस्य प्रतिभाग कर रहे हैं। इनमें उत्तराखंड से 81 स्वयं सहायता समूह के 243 सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा अन्य 18 राज्यों के 35 स्वयं सहायता समूह के लगभग 70 सदस्य और टिहरी जनपद के 18 स्वयं सहायता समूह के लगभग 53 सदस्य शामिल हैं।
इस मौके पर अपर सचिव ग्राम्य विकास विभाग आनन्द स्वरूप डीएम मयूर दीक्षित, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, अध्यक्ष नगरपालिका मुनीकीरेती रोशन रतूड़ी, ब्लॉक प्रमुख जाखणीधार सुनीता देवी, नरेन्द्रनगर राजेन्द्र भण्डारी, सीडीओ मनीष कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।