June 20, 2025

मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर किसी की स्वतंत्र संपत्ति नहीं: विरक्त वैष्णव मंडल

0

–जो वर्तमान में आश्रम के महंत होते हैं, उन्हीं के द्वारा उत्तराधिकारी महंत चुना जाता है: महामंडलेश्वर डॉ. रामेश्वर दास महाराज

ब्यूरो, ऋषिकेश।

__________________

श्री शेषधारा लक्ष्मण कुंड में महंताई समारोह के अवसर पर विरक्त वैष्णव मंडल समिति ऋषिकेश एवं श्री रामानंदीय श्री वैष्णव मंडल हरिद्वार की संयुक बैठक में बताया कि मायाकुंड स्थित मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं है। बिना विरक्त वैष्णव मंडल समिति की स्वीकृति के आश्रम के उत्तराधिकारी महंत की नियुक्ति अवैधानिक है।

विरक्त वैष्णव मंडल ने ही आश्रम के सुचारू संचालन के लिए वर्तमान महंत रामेश्वर दास को नियुक्त किया गया।

आगामी महंत के चयन का अधिकार भी विरक्त वैष्णव मंडल समिति को है। महंत रामेश्वर दास ने अभी तक उत्तराधिकारी महंताई के लिए आवेदन नहीं दिया है।

यदि विरक्त वैष्णव मंडल की स्वीकृति के बिना उत्तराधिकारी का चयन करते हैं। तो महाराज रामेश्वर दास की महंताई को निरस्त करते हुए विरक्त वैष्णव मंडल से निष्कासित किया जाएगा एवं मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर के महंत पद पर रामानंद संप्रदाय के विरक्त संत को नियुक्त किया जाएगा। विरक्त वैष्णव मंडल मंदिर की सम्पत्ति को खुर्दबुर्द होने से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

इस दौरान महामंडलेश्वर अभिराम दास, जगद्गुरु दयारामदेवाचार्य,महामंडलेश्वर ईश्वर दास, महामंडलेश्वर वृन्दावन दास, महामंडलेश्वर विष्णु दास, महामंडलेश्वर दुर्गा दास, महामंडलेश्वर हरिचरण दास, महामंडलेश्वर चक्रपाणि दास, महामंडलेश्वर रविंदर दास, महामंडलेश्वर गणेश दास,महामंडलेश्वर महावीर दास,महंत गवानंद दास, महंत डॉ नारायण दास, महंत डॉ उपमन्यु दास, महंत सीताराम दास, महंत रघुनाथ दास, महंत लालबिहारी दास,महंत करुणा शरण,महंत निर्मल दास,महंत रवि प्रपन्नाचार्य,स्वामी गोपालाचार्य,महंत कन्हैया दास,महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य , महंत अमर दास, महंत कृष्ण मुरारी दास,महंत सुदर्शन दास,महंत सूरज दास, स्वामी अखंडानंद, महंत छोटन दास, नारायण दास, प्रमोद दास मौजूद रहें।

जो वर्तमान में आश्रम के महंत होते हैं, उन्हीं के द्वारा उत्तराधिकारी महंत चुना जाता है।

__________________________________________

महामंडलेश्वर डॉ. रामेश्वर दास महाराज ने बताया कि साधु समाज और रामानुज संप्रदाय और चतु: संप्रदाय चारों में एक ही नियम है। वर्तमान में जो महंत होते हैं। वही अपना उत्तराधिकारी महंत बनाते हैं। समाज मंडल संप्रदाय आकर उसका अनुमोदन करते हैं। 27 वर्षों तक विरक्त वैष्णव मंडल का अध्यक्ष रहा। 12 वर्ष तक कार्य अध्यक्ष रहा। सभी क्रियाकलाप मेरे द्वारा हुए हैं। सभी आश्रम की ऐसे ही व्यवस्था है। वर्तमान में जो महंत होते हैं, उन्हीं के द्वारा उत्तराधिकारी महंत बनाया जाता है, और सभी उसका समर्थन करते हैं। वर्तमान में उसी का पालन कर रहे हैं। इसलिए सभी मंडलों को निमंत्रण दिया गया है,और सभी आकर महंताई देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *