ऋषिकेश: दो दिवसीय भव्य गंगा उत्सव का किया जाएगा आयोजन

ऋषिकेश। नमामि गंगे योजना की समिति की ओर से दो दिवसीय भव्य गंगा उत्सव का आयोजन किया जाएगा जिसकी तैयारी को लेकर समिति की बैठक विकास भवन देहरादून में आयोजित की गई। गंगा उत्सव को भव्य रूप से मनाने के लिए जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल के निर्देशन पर कार्यक्रम आयोजन समिति ने त्रिवेणी घाट कार्यक्रम स्थल का भौतिक निरीक्षण भी किया गया।
मंगलवार को नमामि गंगे योजना समिति की ओर से 4 और 5 नवंबर को मनाया जाने वाला दो दिवसीय भव्य गंगा उत्सव के आयोजन के लिए विकास भवन देहरादून में आयोजित बैठक में जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल ने बताया कि गंगा उत्सव नदियों का त्योहार है।जिसका उद्देश्य नदियों के संरक्षण, संवर्धन और जल संस्कृति के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने बताया कि गंगा जी सिर्फ नदी मात्र ही नहीं हमारी सांस्कृतिक धरोहर है।इस बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत वर्ष 2008 में भारत सरकार द्वारा गंगाजी को राष्ट्रीय नदी घोषित किया गया था।जिसके उलक्ष्य में एनएमसीजी (नेशनल मिशन फ़ॉर क्लीन गंगा)जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2017 से प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय नदी दिवस के अवसर पर नदी उत्सव भव्य रूप से गंगा तटीय क्षेत्रों में भव्य रूप से मनाया जाता है।
डीएम सोनिका के निर्देशन में आयोजित होने वाले इस दिव्य आयोजन में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिनमें गंगा अवतरण की दिव्य कथा,लोक नृत्य,लोक गीत प्रस्तुति,गंगा स्वच्छता पर आधारित नुक्कड़ नाटक,नृत्य नाटिका,गंगा स्वच्छता शपथग्रहण, घाट की स्वच्छता,स्वच्छता जनजागरूकता रैली, चित्रांकन एवं निबंध प्रतियोगिता और घाट पर हाट कार्यक्रम के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों के हस्त शिल्प उत्पादों,श्री अन्न और स्थानीय उत्पादों के प्रसारण के लिए समूहों द्वारा तैयार किये गए उत्पादों को बिक्री के लिये दुकानें सुसज्जित की जाएंगी।
कार्यक्रम के समापन से पूर्व प्रतिभागी विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण किया जाएगा।कार्यक्रम के अंत में माँ भगवती गंगाजी की स्तुति और दीपदान का कार्यक्रम रखा गया है।
मौके पर जिला गंगा जिला गंगा सुरक्षा समिति के परियोजना अधिकारी रविन्द्र कुमार पाण्डेय,समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान,शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के शिक्षा में स्वायत्तता के संयोजक दीपक तायल,अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह की नामित सदस्य नेहा तिवारी,आदि प्रमुख रूप से मौजद रहे।