ऋषिकेश: राष्ट्रीय किसान दिवस कार्यक्रम

ऋषिकेश: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय गीता नगर, “राष्ट्रीय किसान दिवस” दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
दूर-दूर से आए किसान, ग्राम प्रधानों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम का लाभ उठाया।किसानों को संस्था द्वारा शाल उड़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि भगवान सिहं पोखरियाल ( डोईवाला ब्लाक प्रमुख) ने बताया, पुराने समय से फसलों की शुरुआत पर कटाई व बुवाई के समय छोटे किसानों द्वारा पूजा व प्रार्थना आदि की जाती थी ताकि लहराती फसल से सबका पेट भरे और सबका कल्याण हो। आज के जमाने में यह प्रथा छोड़ किसानों ने अन्य व्यवसाय अपना लिये है और रसायनों का इस्तेमाल करके फसलो को हानिकारक बना रहे है। उन्होंने बताया कि मैं विशेष रूप से संस्था की बहनों का आभारी हू कि उन्होंने किसान दिवस के अवसर पर अन्नदाताओं को अच्छी फसल प्राप्त करने के लिए आध्यात्मिक व योगिक तरीके बताएं, तथा उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट से अनुबंध किया गया है कि उनके द्वारा उपलब्ध कराये स्टॉल पर हमारी मातृशक्ति व युवा शक्ति द्वारा अतिथियों को उत्तराखंड के फल उपलब्ध कारण जा रहे हैं।
सेंटर की प्रमुख संचालिका राजयोगी बालब्रह्मचारिणी बी०के० आरती ने बताया किसान हमारे देश की शान और पालनहार है क्योंकि वह बारिश, सर्दी, गर्मी सब सहते हुए फसलों का उत्पादन करते हैं, प्राचीन जैविक खेती के साथ योगिक खेती का प्रयोग हेड ऑफिस माउंट आबू द्वारा किया जा रहा है। जहां फसलों को राजयोग व संगीत द्वारा उगाया जा रहा है, इससे फसले शक्तिशाली बन रही है और इन्हें खाने वालों के विचार शुद्ध व विकारहीन हो रहे हैं। ब्रह्मकुमारी बहनों का यही प्रयास रहता है कि जहां-जहां भी खेती की जा रही है वहा उन्हें रासायनिक चीजों से दूर कर योगिक तरीकों की जानकारी दी जाये। उत्तराखंड एक खेती प्रधान राज्य है और जो कार्य परमपिता परमात्मा के आव्हान से शुरू होता है उसी में सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने अन्नदाता भाइयों व माताओ को राजयोग का अनुभव मेडिटेशन के माध्यम से करवाया।
ग्राम प्रधान रुक्मणी व्यास ने बताया जैसे हमारा मन होता है वैसे ही अन्न बनता है, इसलिए भोजन बनाते हुए या उगाते हुए उसे प्यार व शांति से उगाया व बनाया जाए तो उससे हमारा जीवन सुखमय बनेगा।
इस अवसर पर पूजा थापा व रीना रागड़ (सदस्य जिला पंचायत) रूपेंद्र सिंह असवाल सब्बल सिंह राणा, साहब सिंह बग्याल (पूर्व प्रधान) जीत सिंह रावत नत्थी सिंह, महानंद सिंह, सुरेंद्र सिंह रावत, राजकुमार पुण्डीर ( पूर्व प्रधान जौली ग्रांट) आदि किसानों को संस्था द्वारा शाल उड़ाकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।