महाविद्यालय में एंटी रैगिंग डे पर कार्यक्रम

ऋषिकेश। श्रीदेव सुमन कैंपस में एंटी रैगिंग डे कार्यक्रम का आयोजन गया। इस दौरान बताया की एंटी रैगिंग का कोई केस सामने नहीं आया है।
सोमवार को आयोजित कार्यक्रम परिसर के स्वामी विवेकानंद ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। इस अवसर पर एंटी रैगिंग सेल के प्रभारी प्रो.पी के सिंह कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बताया कि यह बहुत ही हर्ष का विषय है कि हमारे कैंपस में आज तक रैगिंग का कोई केस सामने नहीं आया है। हमें अपनी स्वस्थ परंपरा को बनाए रखना है।
परिसर निदेशक प्रो.एम.एस रावत ने बताया कि परिसर में एंटी रैगिंग सेल गठित है तथा किसी भी बच्चे के साथ इस तरह की कोई घटना होती है तो वह बिना हिचक संपर्क करें। उन्होंने यह भी बताया कि परिसर में अलग-अलग जगह पर एंटी रैगिंग सेल के सदस्यों के नाम एवं मोबाइल नंबर डिस्प्ले कर दिए जाएंगे। कोई भी छात्र-छात्रा जरूरत पड़ने पर तत्काल इन नंबरों पर संपर्क कर सकता है।
हिंदी विभाग के प्रोफेसर अधीर कुमार ने बच्चों से अपने विचार साझा करते हुए कहा कि किसी छात्र-छात्रा को भौतिक रूप से परेशान करना ही रैगिंग के अंतर्गत नहीं आता बल्कि किसी न किसी रूप में मानसिक यंत्रणा देना भी रैगिंग ही है। इसका बहुत ही नकारात्मक परिणाम देखने को मिलता है।
राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर दिनेश शर्मा ने बताया कि रैगिंग केवल उन्हीं छात्र-छात्राओं के लिए नकारात्मक परिणाम लेकर सामने नहीं आता जिनकी रैगिंग हुई है बल्कि कई बार तो ऐसी घटनाएं भी हुई है जब रैगिंग से उत्पीड़ित छात्र-छात्रा ने प्रतिक्रिया में रैगिंग करने वालों की हत्या कर दी। किसी भी रूप में रैगिंग स्वीकार्य नहीं है।
समाजशास्त्र एम. ए. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा गुंजन ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। गुंजन ने सभी छात्र-छात्राओं से परिसर में स्वस्थ माहौल बनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को एंटी रैगिंग से संबंधित दो लघु फिल्में भी दिखाई गई।
इस दौरान रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.एस.पी.सती , राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.डी के पी चौधरी, इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष संगीता मिश्रा, राजनीति विज्ञान विभाग से प्रो. हेमलता मिश्रा, संस्कृत विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो.पूनम पाठक,शिक्षाशास्त्र के विभागाध्यक्ष डा.ए.बी.त्रिपाठी, वाणिज्य की डीन प्रो. कंचन लता सिन्हा, प्रो.आशीष शर्मा,प्रो.पुष्पांजली आर्य, प्रो.स्मिता बडोला मौजूद रहें।