प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने बच्चों के लिए रखा विशेष कार्यक्रम

ऋषिकेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से बच्चों के लिए एक विशेष कार्यक्रम आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा बाल व्यक्तित्व विकास एवं उज्जवल भविष्य के लिए आयोजित किया गया ।
शनिवार को गीता नगर में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मनोज कुमार गुप्ता, बी०के० आरती बहन, बी०के० निर्मला दीदी ने दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इस अवसर पर बच्चों द्वारा हाई स्कूल के बच्चों द्वारा इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए इन कार्यक्रमो का विशेष आकर्षण भगवती देवी सरस्वती विद्या मंदिर ऋषिकेश के बच्चों द्वारा प्रस्तुत नाटिका रही, जिसका उद्देश्य था, कि रावण आज भी हम सभी में पांच विकारों के रूप में व्याप्त है, अध्यात्म के मार्ग पर चलकर ही हम अपने अंदर के रावण को खत्म कर सकते हैं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मनोज कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में बताया कि जैसे मोबाइल संपर्क का माध्यम है। वैसे ही मौन ईश्वर से जुड़ने का माध्यम है साथ उन्होंने बच्चों को स्वच्छता का संदेश दिया और कहा जीवन में प्रगति करने के लिए जरूरी है स्वच्छता व अनुशासन क्योंकि स्वच्छ समाज ही स्वच्छ जीवन की नींव है उन्होंने बताया और बताया कि उनके विद्यालय को नगर आयुक्त द्वारा स्वच्छ विद्यालय घोषित किया गया है व वे स्वंम स्वच्छता के ब्राड एमबैसेडर है। साथ ही बताया कि इस संस्था में उनका प्रथम बार आना हुआ है और जिसकी उन्हें बड़ी अच्छी अनुभूति हो रही है।
ऋषिकेश सेंटर की प्रमुख संचालिका बी०के० आरती दीदी ने बच्चों को बताया कि बाल जीवन से सभी बच्चे कुछ बनने का लक्ष्य रखते हैं परंतु लक्ष्य के साथ-साथ आप सभी को शांत रहकर अपने चरित्र को श्रेष्ठ बनाना है, उसके लिए आपको व्यसनो व बुराइयों से दूर रहकर मात-पिता व शिक्षकों का सम्मान करना है।
साथ ही उन्होंने बच्चों से प्रतिज्ञा कराई कि कभी कोई व्यसन नहीं करेंगे, बताया कि सिर्फ धूमपान व मदिरा ही नहीं, मांसाहार भी मुख्य व्यसन है, क्रोध, झूठ, चोरी, व छल -कपट भविष्य को काला कर देते हैं, उन्होने सभी को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। कहा अच्छा नागरिक बनने के लिए नैतिक मूल्यों को जीवन में लाना जरूरी है, और ईर्षा को अपने मन में पैदा ही नहीं होने देना है।
ढालवाला उप-सेवा केंद्र की प्रमुख संचालिका बी०के० निर्मला बहन ने बताया कि जैसे आप सभी बच्चे अपने स्कूलों में पढ़ने जाते हैं। वैसे ही यह संस्था भी कॉलेज है। जहां बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक अच्छी बातें व आदतों को सीखने के लिए आते हैं। अपनी कविता के माध्यम से शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि फूलों की तरह महकते रहो, पंछी की तरह चाहते रहो, सूरज की तरह चमकते रहो, फरिश्तों की तरह उड़ते रहो, बड़ों का आदर करो, और सदा मुस्कुराते रहो। हे
हेड ऑफिस मधुबन से आई डॉ० बी०के० रोजा ने बच्चों को लक्ष्य से लक्ष्णन हासिल करने की ड्रिल कराई।