मधुबन आश्रम में मनाया चैतन्य महाप्रभु का आविर्भाव दिवस

ब्योरो,ऋषिकेश।
मधुबन आश्रम में गौर पूर्णिमा महामहोत्सव चैतन्य महाप्रभु के आविर्भाव महोत्सव के रूप में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया।
शनिवार को शुभारंभ प्रातकालीन बेला की मंगल आरती के साथ हुआ। धार्मिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में ठाकुर जी को नई पोशाक धारण कराई गई, और उनके समक्ष छप्पन भोग निवेदित किए गए। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे के मंत्रोचारण के साथ नगर संकीर्तन किया गया। जिसमें अनेक भक्तों ने भाग लिया।
फिर मधुबन प्रांगण में ब्रज की होली खेली गई, और शाम को चैतन्य महाप्रभु नित्यानंद का शहद,दूध फलों के रस से महाअभिषेक किया गया। प्रवचन आरती और सबको महा प्रसाद भंडारा कराया गया।
श्री चैतन्य महाप्रभु के गौर वर्ण होने के कारण उन्हें गौरांग नाम से संबोधित किया जाता रहा है। श्री गौरांग महाप्रभु, कृष्ण के छिन्न अवतार कलियुग में अवतरित हुए। आज वही शुभ दिन पूर्णिमासी की तिथि है और गौर पूर्णिमा उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चैतन्य महाप्रभु ने हरे कृष्ण महामंत्र के माध्यम से कृष्ण प्रेम प्राप्ति का रास्ता दिखाया।
इस दौरान नवीन अग्रवाल चंद्रवीर पोखरियाल,अध्यक्ष नीलम विज्लवान, सूर्यवंशी चौहान, शिव मूर्ति कंडवाल, संदीप गुप्ता, कमल सिंह राणा, डॉक्टर सुनील सहगल, राजीव उपाध्याय, राजेंद्र सेठी, इंद्र मोहन पाहवा, श्याम अरोड़ा, हरीश धीगड़ा, सुदामा सिंगल, राजीव उपाध्याय, हरि भक्तदास, अमन बातिश, धर्मराज दास नीरज, हरविंदर, राजेश खंडूजा मौजूद रहें।