June 21, 2025

केदारनाथ धाम में मांस, मदिरा पर लगेगा प्रतिबंध

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देहरादून/रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले ही चार धामों को नॉनवेज और मदिरा बेचने से दूषित करने वालों पर बैन करने की चर्चाएं शुरू हो गई। इसे गैर हिंदुओं से जोड़कर देखा जाने लगा। अब स्थानीय विधायक ने अपने बयान को और अधिक स्पष्ट करते हुए कहा कि गैर हिंदुओं के दर्शन पर प्रतिबंध नहीं है।

उत्तराखंड में केदारनाथ धाम जहां एक और सनातन धर्म की आस्था का केंद्र बिंदु है, तो वहीं दूसरी तरफ इसकी यात्रा व्यवसाईयों के लिए भी एक बड़ा केंद्र है। हर साल केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद हजारों व्यवसायी केदार घाटी में व्यवसाय करते हैं। उत्तराखंड की इस धार्मिक यात्रा से उत्तराखंड की आर्थिक प्रगति भी जुड़ी हुई है।

लेकिन पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं को हिंदू धर्म की आस्था के विरुद्ध मदिरा और मांस इत्यादि भी उपलब्ध कराया जाता है, जो कहीं ना कहीं धाम की अस्मिता के लिए चिंताजनक है। इससे केदारनाथ आने वाले अन्य श्रद्धालुओं पर भी बुरा असर पड़ता है कई बार केदारनाथ धाम या फिर केदारनाथ घाटी में मांस और शराब के मामले सामने आए हैं। कई बार सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हुए हैं। लेकिन इस बार स्थानीय प्रशासन, सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने यात्रा शुरू होने से पहले ही इस विषय को बेहद गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है।

30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा से पहले केदारनाथ धाम को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुल रहे हैं। यात्रा शुरू होने से पहले केदारनाथ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने केदारनाथ धाम में अनैतिक गतिविधियों के लिए विशेष समुदाय के लोगों को जिम्मेदार बताते हुए उनके प्रवेश को प्रतिबंधित करने की मांग की थी। वहीं केदारनाथ विधायक के इस बयान पर विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।

उत्तराखंड में इस साल चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होनी है। इसको लेकर तैयारियां जोरों पर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में यात्रा से संबंधित सभी विभागों के साथ बैठक करते हुए तैयारी की समीक्षा की है। इस बैठक के बाद जनपद स्तर पर भी बैठक शुरू हो गई हैं। करीब एक सप्ताह पहले रुद्रप्रयाग के प्रभारी मंत्री और कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने केदारनाथ धाम से जुड़े तीर्थ पुरोहितों, व्यापारियों, होटल संचालकों और टैक्सी संचालकों के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक में कैबिनेट मंत्री से कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि केदारनाथ धाम के आसपास प्रतिबंधित क्षेत्र में कुछ लोग शराब और मांस की बिक्री करते हैं। इस पर कैबिनेट मंत्री ने संज्ञान लेते हुए रुद्रप्रयाग डीएम और एसएसपी को अनैतिक गतिविधियां करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं।

11 मार्च को रुद्रप्रयाग में हुई इस बैठक में मौजूद केदारनाथ विधानसभा सीट से भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने इस मामले में सरकार के सामने नई मांग रख दी। उन्होंने बैठक में मिली शिकायतों पर कहा कि कुछ लोग जो गैर हिंदू हैं, वह धाम और उसके रास्ते में शराब और मांस की बिक्री करते हैं। धाम की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं। इसीलिए उनकी मांग है कि केदारनाथ धाम में गैर हिंदुओं का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित हो। हालांकि अब आशा नौटियाल ने अपने बयान में बदलाव कर दिया है।

इधर केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल के केदारनाथ धाम को लेकर दिए गए बयान का स्थानीय लोग भी स्वागत कर रहे हैं। स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि धाम सहित पैदल यात्रा मार्ग और यात्रा पड़ावों पर शराब और मांस का सेवन करते हैं, जिससे यात्रा पर आने वाले यात्रियों और स्थानीय लोगों की आस्था को ठेस पहुंचती हैं।

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