हरतालिका तीज पर पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाओं ने रखा निर्जला उपवास

ऋषिकेश। हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए हरतालिका तीज का व्रत बहुत खास माना जाता है। यह पर्व विशेष रूप से सुहागिन महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। यह त्योहार श्रावण मास की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त-सितंबर के बीच आती है।
इसी तरह से तीर्थनगरी मायाकुंड स्थित हरी गिरी आश्रम में महिलाओं ने धूमधाम से मनाया हरितालिका तीज।
शुक्रवार को पूर्वांचल महिलाओं द्वारा हरतालिका तीज उत्साह व उमंग के साथ मनाया गया। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु एवं सौभाग्य की प्राप्ति के लिए निर्जला व्रत रखकर शिव पार्वती की पूजा अर्चना की। इस दौरान महिलाओं ने भजन कीर्तन में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
महिलाओं ने बताया कि 24 घंटे निर्जला उपवास रखने के बाद अगले दिन सूर्योदय के समय हरतालिका तीज व्रत खोलने के लिए उन्हें भीगे हुए काले चने और खीरे का सेवन करेंगी। इसके बाद पूरे परिवार के साथ सात्विक भोजन का ही सेवन करेंगी।
मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए सबसे पहले हरतालिका तीज का व्रत किया था। मान्यता है कि तभी से ही अखंड सौभाग्य की प्राप्ति और मन चाहे वर की प्राप्ति के लिए हरतालिका तीज का व्रत किया जाने लगा।
इस दौरान पूनम गौतम,गीता सिंह,रीता शर्मा, सुमन,राधिका, नंदनी, उषा देवी,बेबी कुमारी मौजूद रहीं।