June 20, 2025

ऋषिकेश: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का आठवीं सुरंग हुई आर पार, कार्यकर्ताओं ने तिरंगा झंडा लहरा कर खुशी जताई

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ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना में आठवीं सुरंग भी आर पार हो गई है। परियोजना के प्रबंध निदेशक के अनुसार सुरंग की खुदाई का काम तेजी से चल रहा है। परियोजना का 60 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। अन्य सुरंगों का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

उत्तराखंड में ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल परियोजना (Rishikesh Karnaprayag Rail Project) में रेल विकास निगम ने बड़ी सफलता हासिल की है। रेल परियोजना के तहत बनने वाली सुरंगों में से परियोजना के तहत सुरंग संख्या आठवां जो की एक मुख्य सुरंग है। जिसका संपूर्ण ब्रेकथ्रू हो गया है ब्रेकथ्रू का अर्थ है कि जब कोई सुरंग दो और से खोदने पर बीच में मिल जाती है तथा आर पार हो जाती है। जिसको लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। परियोजना की यह पहली सुरंग है जो सभी फेज में आर-पार खोल दी गई है। इस सुरंग का काम पूरा होते ही निर्माण में जुटे आरवीएनल और कार्यदायी संस्था के अधिकारी और कर्मचारियों ने सुरंग के भीतर ही तिरंगा लहरा कर भारत माता का जय घोष किया।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की यह सुरंग अन्य सुरंगों की तुलना में अलग है। इस सुरंग के सौड़ (देवप्रयाग) वाले हिस्से में रेलवे स्टेशन बनाया जाना है। हालांकि यहां पर रेलवे स्टेशन के लिए अपेक्षित स्थान नहीं है। ऐसे में सौड़ रेलवे स्टेशन का 122 मीटर का हिस्सा सुरंग के भीतर ही आएगा।

रेलवे स्टेशन होने के कारण यहां सुरंग के भीतर कुल 315 मीटर हिस्से में दो रेल लाइन बिछाई जाएगी। इसके लिए 122 मीटर दूरी तक सूरन का व्यास 23 मीटर और इसके बाद 193 मीटर तक 13.5 मीटर रहेगा। शेष सुरंग का व्यास परियोजना की अन्य सामान्य सुरंग की भांति 7.8 मीटर का है जिससे सिंगल रेल लाइन गुजरेगी।

ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 125 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में 104 किलोमीटर रेल लाइन 17 सुरंग से होकर गुजरेगी। परियोजना के तहत इन 17 सुरंग के अलावा परियोजना पर 12 निकास सुरंग के अलावा एडिट और क्रॉस पैसेज भी हैं, जिन्हें मिलाकर सुरंग की कुल लंबाई 213 किलोमीटर है। परियोजना में सुरंग नम्बर 7 बुधवार को आखिरी ब्लास्टिंग के साथ आर- पार हो गई।

यह सुरंग टिहरी जनपद में पौड़ी नाला से सौड़ तक कुल 1.255 किलोमीटर लंबी है जिसकी खुदाई 7 मार्च 2022 से शुरू हुई थी। इस सुरंग के अलावा अब तक सात सुरंग आरपार हो चुकी हैं, लेकिन इनमें से किसी भी सुरंग का काम अभी निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। यह सुरंगें अलग-अलग फेज में आर पार हुई हैं और उनके अन्य फेज पर कार्य चल रहा है।

परियोजना के मुख्य प्रबंधक अजीत सिंह यादव का कहना है कि परियोजना के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। परियोजना का कार्य जिस गति से आगे बढ़ रहा है उसे अन्य सुरंग की खुदाई का काम भी जल्द ही पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना का 60 प्रतिशत का काम पूरा कर लिया गया है।

परियोजना में चार प्रकार की सुरंगे बनी हैं। मुख्य सुरंग में रेल लाइन बिछाई जाएगी। निकासी सुरंग में मुख्य सुरंग के समानांतर सुरंग बनाई जा रही है जो आकस्मिक स्थिति में निकासी के लिए काम आएंगे। इसके साथ ही एडिट सुरंग भी बनाई जा रही है जो मुख्य सुरंग को रोडहेड से जोड़ेगी। क्रॉस पैसेज भी परियोजना में शामिल है। यह क्रॉस पैसेज मुख्य सुरंग और निकासी सुरंग को आपस में जोड़ेंगे। जो प्रत्येक 350 मीटर से 400 मीटर के अंतराल पर बनी है।

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