योग महोत्सव में पांडवाज बैंड की प्रस्तुति ने उत्तराखंड की संस्कृति को दिखाया

ऋषिकेश। अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लाइव बैंड पांडवाज की प्रस्तुति ने उत्तराखंड की संस्कृति को दिखाया। जिससे योग साधक मनमोहित हो गए।
बुधवार को मुनिकीरेती में गंगा रिसोर्ट के गंगा तट पर अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के छठे दिन योग गुरु कपिल सांगी ने ध्यान के विभिन्न स्वरूपों को सिखाया गया।
हीलिंग सत्र में डॉ नवदीप जोशी ने बताया कि मन को स्थिर रखने के लिए ओम का आविष्कार हुआ और ओम ही वह शक्ति है जो मन को एकाग्रचित करने में सबसे महत्वपूर्ण रोल निभाता है।
वहीं संध्याकालीन गंगा आरती हुई। जिसके बाद माहौल भक्तिमय हो गया।
वहीं पांडवाज बैंड के गानों पर साधक थिरकने लगे। आसपास रहने वाले तमाम लोग भी इस प्रस्तुति को देखने के लिए पहुंचे।
पांडवाज बैंड ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी प्रस्तुतियों के कारण ही विशिष्ट पहचान बनाई है। उत्तराखंड के इतिहास, परंपरा और संस्कृति को अपने गीत संगीत के जरिए प्रस्तुत करने के कारण ही इस बैंड की प्रस्तुति सराही जाती है। ऋषिकेश योग महोत्सव में भी आकर्षण का प्रमुख केंद्र पांडवाज की प्रस्तुति रही।