June 20, 2025

ऋषिकेश: कर्णप्रयाग रेल परियोजना का सपना जल्द ही साकार होगा

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ऋषिकेश। देवभूमि उत्तराखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन कार्य तेजी से गतिमान है। इस परियोजना की सबसे लंबी सुरंग 14.58 किमी के निर्माण के साथ 12 स्टेशनों तथा 19 प्रमुख रेल पुलो को बनाया जाना है वर्ष 2025 तक इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

मंगलवार को आरवीएनएल की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता में रेल परियोजना के प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने बताया कि 125 किलोमीटर रेल लाइन में करीब 104 किलोमीटर का हिस्सा भूमिगत सुरंगों से गुजरेगा यानी कि इस रेल का सफर रोमांस भरा होगा परियोजना में प्रतिदिन 170 मीटर सुरंग बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि परियोजना पूर्ण होते ही ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच यात्रा का समय 7 घंटे से घटकर केवल तीन रह जाएगा।

इस परियोजना का सुरंग कार्य 2019 में प्रारंभ हुआ है और अभी तक इस परियोजना में 127 किलोमीटर अंदर ग्राउंड सुरंग खुदाई का कार्य पूर्ण हो चुका है 12 सितंबर 2023 तक गूलर और शिवपुरी के बीच निकासी सुरंग संख्या दो जो की 680 मीटर लंबी है की खुदाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। साथ ही गुल्लर और शिवपुरी के बीच की फरवरी 2024 तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इस रेल परियोजना में वीरभद्र सहित कुल 13 स्टेशन है जिसमें से 12 स्टेशन का कार्य एक साथ शुरू किया जाएगा। इस परियोजना में यार्ड एवं स्टेशनों की लंबाई सवा किलोमीटर रहेगी तथा देवप्रयाग समिति कुछ प्लेटफार्म का हिस्सा सुरंग के अंदर भी बनाया जाएगा।

भूकंप के दृष्टिगत अधिक सुरक्षित बनाई जा रही है सुरंगे..….

ऋषिकेश। आरबीएल के मुख्य परियोजना प्रबंधक ने बताया कि सभी सुरंग को वाटरप्रूफ बनाया जा रहा है जिसे वर्ष के दौरान भी आवागमन में किसी प्रकार की रुकावट पैदा ना हो इस परियोजना को हिमालय क्षेत्र में आने वाले भूकंप की दृष्टि से अत्यधिक सुरक्षित बनाया जा रहा है। रेल परियोजना प्रबंधक की रेलवे कर्मचारियों के लिए आवासीय व सर्विस कॉलोनी का भी निर्माण किया जाएगा आपातकालीन स्थिति अग्निशन के लिए अतिरिक्त पानी के टैंकों का निर्माण किया जाएगा। जिसका कार्य भी प्रकृति पर है परियोजना में अधिक ग्रहण की गई भूमि का पूर्ण रूप से प्रतिकर दे दिया गया है। परियोजना में 3 किलोमीटर से लंबी मुख्य सुरंग के साथ निकासी सुरंग का भी निर्माण किया गया है। जिस आपात स्थिति में यात्रियों को सुरक्षित किया जा सके।

कोविड और खनन पर रोक के चलते प्रभावित हुई परियोजना….

ऋषिकेश। परियोजना प्रबंधक अजीत यादव ने बताया कि इस परियोजना के पूर्ण होने की समय अभी दिसंबर 2024 रखी गई थी लेकिन कोविड महामारी के चलते विलंब होने की आशंका है साथी उच्च न्यायालय नैनीताल उत्तराखंड द्वारा मशीनी खनन पर रोक लगाई जाने से परियोजना में प्रयोग होने वाले कच्चे माल की उपलब्धता प्रभावित हो रही है जिसका प्रभाव परियोजना की अवधि पर पढ़ना निश्चित है सुरंग संख्या 8 जो की 14.58 किमी लंबी है का निर्माण टनल बोरिंग मशीन से किया जा रहा है इसके अलावा सभी सुरंग की खुदाई ड्रिल एवं ब्लास्ट पद्धति से की जा रही है जिससे सभी मानव को का पूर्ण रूप से अनुपालन किया जा रहा है जिससे किसी भी प्रकार की कोई भी हानि आसपास के रिहायशी इलाकों में ना हो कुछ मामलों में मकान में दरारें की शिकायत को देखते हुए तकनीकी विशेषज्ञों से स्थलों का निरीक्षण किया जा रहा है जिससे किसी भी प्रकार की हानि होने वाली क्षति का आकलन कर मुआवजा दिया जा सकें।

 

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