रामानंद संत सेवा आश्रम में मनाई गई रामानंदाचार्य महाराज की 725वीं जयंती

ऋषिकेश। विरक्त वैष्णव मंडल समिति की ओर से मायाकुंड स्थित रामानंद संत सेवा आश्रम में जगतगुरु श्री स्वामी रामानंदाचार्य महाराज की 725 वीं जयंती बड़ी धूमधाम के साथ मनाई गई समिति की ओर से नगर क्षेत्र में शोभायात्रा निकाली गई शोभा यात्रा में संत महंतों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभा किया।
मंगलवार को आयोजित शोभायात्रा सिद्ध हनुमान मंदिर हरिद्वार रोड तिलक रोड हीरालाल मार्ग अंबेडकर चौक रेलवे रोड से वापस हरिद्वार रोड लक्ष्मण झूला रोड क्षेत्र रोड भरत मंदिर होते हुए सुभाष चौक से वापस रामानंद आश्रम पहुंची शोभायात्रा का जगह-जगह सामाजिक कार्यकर्ताओं और व्यापारियों ने पुष्प वर्षा कर संत महंतों महामंडलेश्वर जगद्गुरुओ का माला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। इसके अलावा भारत मंदिर संस्कृत महाविद्यालय नेपाली संस्कृत महाविद्यालय पंजाब सिंह क्षेत्र साधु महाविद्यालय कृष्ण कुंज संस्कृत महाविद्यालय हेमकुंड साहिब निर्मल आश्रम शाहिद कई अन्य विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने शोभायात्रा में भाग लिया।
शोभा यात्रा के बाद आश्रम परिसर में महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज की अध्यक्षता में विराट संत सम्मेलन आयोजन किया गया। जिसमें कार्यक्रम का संचालन तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने किया।
इस अवसर पर जगतगुरु रामानंदाचार्य महाराज की जयंती पर सभी संतो ने विचार व्यक्त किया जिसमें महंत डॉ नारायण दास महाराज ने कहा कि जगद्गुरु रामानंद आचार्य महाराज के सिद्धांत एवं विचार आज के समाज की आवश्यकता है उनकी सुबह यात्रा समाज में सद्भावना जागृत करने का अचूक साधन है।
महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज ने कहा कि यह शोभा यात्रा हमारे सनातन धर्म को वसुदेव कुटुंबकम की भावना को लेकर सभी संप्रदाय सभी समुदाय वर्ग को एक माला में पिरोने का काम करती है जाति पाति पूछे ना कोई हरि को भजे सो हरि का हुई संत का हृदय गंगाजल के समान पवित्र और निर्मल होता है आदर्श तथा उनके बताए गए सिद्धांत एवं मार्गो का स्मरण किया
इस दौरान महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज, डॉ नारायण दास महाराज, महामंडलेश्वर भारत भूषण दास महाराज, तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज, स्वामी आलोक हरि महाराज, महंत निर्मल दास महाराज, महंत करुणा शरण, महंत पवन दास महाराज, महंत प्रमोद दास, मोनी बाबा ,डॉ जनार्दन कैरवान, आचार्य सुरेंद्र भट्ट, आचार्य नवीन भट्ट, महंत बलवीर कृष्ण मुरारी दास, अनीता ममंगाई, रामकृपाल गौतम, अभिषेक शर्मा मौजूद रहें।